
बाराबंकी में नेपाल द्वारा लगातार पानी छोड़े जाने से स्थिति गंभीर हो गई है। नेपाल से 2.63 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण बाराबंकी की तीन तहसीलें प्रभावित हुई हैं। घाघरा (सरजू) नदी का जलस्तर इस समय खतरे के निशान से मात्र 1 सेंटीमीटर नीचे है।बाढ़ के पानी से तहसील के 100 गांव प्रभावित हो सकते हैं। बाराबंकी प्रशासन ने इसकी तैयारी पहले से कर रखी है।
तहसील सिरौली गौसपुर क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। दो दिनों से सरयू नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 105.070 मीटर से ऊपर बह रहा है। खतरे का निशान 106.070 मीटर है।
एल्गिन ब्रिज पर रविवार को आंकड़ों के अनुसार, सरयू नदी का जलस्तर 106.060 मीटर दर्ज किया गया है। यह खतरे के निशान से मात्र 1 सेंटीमीटर नीचे है। बढ़े जलस्तर को देखते हुए तहसील सिरौली गौसपुर का प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है।
उपजिलाधिकारी लगातार जलस्तर पर निगरानी रख रही हैं। तहसीलदार, नायब तहसीलदार और लेखपाल सरयू नदी के किनारे बसे गांवों की निगरानी कर रहे हैं। वे पल-पल की अपडेट उपजिलाधिकारी को दे रहे हैं।
उप जिलाधिकारी सिरौली गौसपुर प्रीति सिंह ने बताया कि बाढ़ की तैयारी पूरी है। प्रशासन अलर्ट पर है। उन्होंने कहा कि अभी सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। इससे अभी आबादी को कोई नुकसान नहीं है।
नियाज़ इदरीसी
जन जागरूक मीडिया बाराबंकी