
लखनऊ। राजधानी में शुक्रवार शाम को हुई बारिश में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आइजीपी) चौराहे पर स्थित साइबर टावर का छज्जा गिरने से अफरातफरी मच गई। हादसे में वहां मौजूद 22 वर्षीय रवि की दबकर मौत हो गई।
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लोगों को आने से रोका। फिर रवि के परिवारीजन को सूचना दी। इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि रवि मूल रूप से बाराबंकी की शुगर मिल स्थित शिव विहार कालोनी में रहते थे। यहां पर टाइल्स स्टोन गैलरी में करते थे। दोस्त ब्रजेश ने बताया कि वह साइबर टावर की सातवीं मंजिल पर स्थित निजी कंपनी में करते हैं।
रवि उनका पुराना दोस्त है, अक्सर मिलने के लिए आया करते थे। शुक्रवार को भी मिलने आया था। बारिश के कारण हम लोग छज्जे के नीचे जाकर खड़े हो गए। तभी बारिश और तेज होने लगी।
बृजेश ने बताया कि छज्जा हिला तो लगा बारिश की वजह से ऐसा हो रहा है। कुछ ही देर में ही छज्जा भरभरा कर गिर गया। तेज आवाज से हम वहां से भागे, लेकिन रवि पत्थर के नीचे दब गया।
उसका हाथ पकड़ने की खींचने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं निकला। वहां मौजूद गार्ड भी पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हुए और उनकी मदद से मलबा हटाकर रवि को निकाला गया। पुलिस की मदद
से लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि परिवार में चार भाई बहनों में चौथे नंबर पर था।
भागने का मौका तक नहीं मिला
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि छज्जा से कुछ आवाज आई, लेकिन यह नहीं लगा कि गिर जाएगा। तभी अचानक वह गिर पड़ा। वहां मौजूद रवि पर छज्जे का हिस्सा गिर पड़ा, जिससे उसे भागने का मौका नहीं मिला और वह दब गया है। परिजनों ने लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बैंक द्वारा छज्जे का कराया जा रहा था निर्माण आर आर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के जय राज दुबे ने बताया कि साइबर टावर का निर्माण उनकी कंपनी द्वारा किया गया था। उसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। व्यक्ति के परिवार के साथ पूर्ण सहानुभूति है। यह जानकारी देना चाहते हैं कि जिस स्थान पर निर्माण किया जा रहा था।
उसपर मालिकाना हक यश फूड्स प्राइवेट लिमिटेड का है। उन्होंने ने उस स्थान को एचएसबीसी बैंक को किराए पर दिया है। बैंक द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा था, जिससे यह दुर्घटना हुई है। बिल्डिंग का मैनेजमेंट एमपीडीएल फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज द्वारा किया जा रहा था।
नियाज़ इदरीसी
जन जागरूक मीडिया बाराबंकी